आर्य और काली छड़ी का रहस्य-51 अंतिम भाग
अध्याय-17
अंत एक नई शुरुआत
भाग-3
★★★
वियोना आरदु के जाने के बाद उसी बंगले में था जहां उसके बाकी के लोग इकट्ठे हुए थे। उसके साथ उसके बाकी के 8 लोग भी थे। सभी कुर्सियों पर बैठकर एक दूसरे को गंभीर रूप से देख रहे थे। सबके हाथ में वाइन का गिलास था। इसमें वियोना थोड़ा नीचे झुका हुआ था।
उसके एक साथी ने कहा “आपको क्या लगता है आरदु शैतान को इस बात के लिए मना लेगा की वह अपने किसी सिपेहसालार को भेजें। अगर शैतान ताकतवर है तो उसके सिपेहसालार भी कम नहीं। ऐसे मसलों में तो वह भी आगे नहीं आएंगे।”
“मुझे आरदु पर पूरा विश्वास है।” वियोना बोला “उसने इससे पहले भी शैतान से बात की थी। और वहां अपनी बात भी मनवाई थी। फिर शैतान भी पत्थर दिल नहीं। वह कोई ना कोई हल जरुर करेंगे”
“मगर आपको यह नहीं लगता इस तरह से उसकी नजदीकीया शैतान से बढ़ रही है। मतलब कल को जब शैतान इस दुनिया पर आ जाएंगे, तो यकीनन दुनिया को जीतने के बाद उन्हें अलग-अलग लोगों को अलग अलग इलाके देने होंगे। आपकी क्षमताओं पर किसी तरह का सवाल नहीं उठाया जा सकता, मगर आपकी शैतान से कम नजदीकी आपको बड़े लाभ से वंचित कर सकती है।”
“अभी लाभ की चिंता करना व्यर्थ होगा। लाभ से पहले हमारे रास्ते में और भी कई सारी मुसीबतें हैं। आश्रम तो समस्या था ही, अब वहां भी कोई ऐसा आ गया जिसकी हिम्मत उनके पहले वाले लोगों से ज्यादा है। शैतान की दुनिया पर आने की राह इतनी आसान नहीं। यह लाभ वाली चीजें तब देखी जाएगी ना जब शैतान दुनिया पर आ जाएंगे।”
“मगर आपको अपनी तरफ से आगे रहना चाहिए.... कम से कम अपने नजदीकी लोगों से। आरदु जैसे को शैतान की पैरवी मत करने दीजिये।”
तभी अचानक दरवाजा खुला और वहां से आरदु की आवाज आई “तुम्हें नहीं लगता तुम कुछ ज्यादा ही ऊंचा उड़ रहे हो।”
सभी ने पलटकर दरवाजे की तरफ देखा। वहां आरदु अपने इंसानी रूप में खड़ा था। उसके साथ एक भालु भी था जो उसके बगल से होकर सामने आकर खड़ा हो गया था। वह भालू आरदु की कमर तक आने वाला शैतानी भालू था। सभी उसे देखकर घुटनों के बल आ गए और अपने हाथ जोड़ लिए।
आरदु आगे बढ़ा तो बालु भी आगे चलने लगा। उसके मुंह से काले रंग की लार टपक टपक नीचे फर्श पर गिर रही थी। भालू कुछ अजीब सा ही था, मतलब सामान्य भालुओं से बिल्कुल अलग। उसके दो दांत जो की काले रंग के थे वो मुंह से बाहर की ओर निकले हुए थे, और तिरछे होते हुए ऊपर की ओर थे।
आरदु उस शख्स के करीब आया जो वियोना को अपनी सलाह दे रहा था। उसके करीब आकर उसने उसके सर के बालों में हाथ फेरा। इंसानी रूप में आई उस अंधेरी परछाई के सर के बाल घुंघराले थे।
हाथ फेरने के बाद उसने भालू की तरफ देखा, अचानक भालु की आंखों का रंग बदला और वह लाल से काला हो गया। इसके अगले ही पल भालु ने उस आदमी पर छलांग मारी और उसकी गर्दन को अपने जबड़े में भरता हुआ हाॅल में लगी सिढियों की तरफ ले गया। पूरा बंगला आदमी की दर्द भरी चीजों से गूंज पड़ा। वह चिल्ला रहा था। करहा रहा था। वही भालु ने उसकी गर्दन को अपने जबड़े में लेने के बाद दोनों पंजे उसकी छाती में गुडा़ए और उसे बीच में से चीर कर दो हिस्सों में बांट दिया। सीढिओ के पास फर्श पर काले रंग का खून पानी की तरह बहता चला गया।
आरदु बोला “हमारे ही लोगों में अगर शैतान की पैरवी करने की इच्छा जाग पड़ी तो हम आपस में ही लड़ पड़ेंगे। अगर हम आपस में ही लड़ने लग जाएंगे तो हमारे दुश्मनों से कौन लड़ेगा। इस तरह के विचार को कभी अपने दिमाग में लाने की सोचना भी मत। पद की इच्छा हमारे दुश्मनों को ताकतवर करेगी और हमें कमजोर।” इतना कहने के बाद वह दरवाजे की तरफ मुड़ा। उसे दरवाजे पर किसी के आने का इंतजार था।
उसके दरवाजे की तरफ देखते ही बाकी लोगों की नजर भी दरवाजे की ओर चली गई। धीरे-धीरे दरवाजे की चौखट पर किसी की परछाई दिखाई देने लगी, जो लगातार दरवाजे के अंदर की ओर बढ़ती जा रही थी। परछाई के बाद वह शख्स भी दिखा जो अंदर आ रहा था।
उसने खुद को काले चोगे में छुपा रखा था। मुंह पर काले रंग का रुमाल बंधा हुआ था। सर पर हुडडी थी। पीठ के पीछे दोनों ही तरफ दो तलवारें टंगी हुई थी। उसके कमर और पैरों में जूते वाले हिस्से के पास अजीब सी आकृति वाले खंजर टंगे हुए थे।
आरदु बोला “इनसे मिलो.... इन्हें शैतान ने भेजा है” सभी झुके हुए थे, तो सभी ने वहीं से अपने दिल पर हाथ रखा और अभिवादन किया।
नकाबपोश शख्स आगे आया और आगे आकर सभी को देखा। इसके बाद उसने अपने बाएं हाथ को ऊपर किया और मुंह पर बंधे रुमाल को उतारा। रुमाल को उतारने के बाद भी उसका चेहरा साफ और स्पष्ट नहीं दिख रहा था। हुड्डी की वजह से चेहरा अंधेरे में था। वह बोला “मैं नोईना हुं....... शैतान की बेटी....” तभी उसने अपना चेहरा ऊपर किया और उसकी हल्की सी छवि दिखी। वो लड़की थी। गोरे गालों वाली कोई 21 साल की लड़की।
★★★
वियोना आरदु के साथ बंगले की छत पर था। दोनों ही सिगरेट जला रहे थे। सिगरेट जलाने के बाद उन्होंने सिगरेट पीना शुरु कर दिया।
वियोना आरदु से बोला “शैतान की बेटी भी है, मुझे इस बारे में कोई खबर नहीं थी। क्या तुम जानते थे इस बारे में?”
“नहीं। मुझे तो यह भी नहीं पता था उसका किसी औरत के साथ रिश्ता रहा है। शैतान की बेटी वाली बात तो बहुत दूर की है।”
“मगर यह सब हुआ कब होगा? हम तो उन्हें बड़े जी जान से इस दुनिया में लाने की कोशिश कर रहे हैं, तो फिर?”
“कुछ कहा नहीं जा सकता। शैतान सिर्फ शैतान नहीं, बल्कि वह रहस्यों से भरी हुई एक किताब भी है। फिर तुम्हें क्या लगता है..... शैतान किसी बाहरी दुनिया से होगा.... नहीं बिल्कुल भी नहीं... है तो वह इसी दुनिया से ना।” आरदु ने सिगरेट के धुए को हवा में छोड़ा। “क्या पता उसकी क्या कहानी है..... शैतान की कहानी के बारे में कोई नहीं जानता। और मुझे लगता है, कभी शैतान खुद भी अपनी कहानी को बाहर नहीं लेकर आएंगे।”
“हां यह तो है। जो जितना ताकतवर होता है वह अपने राज को उतना ही छुपा कर रखता है। अक्सर हर ताकतवर इंसान की कमजोरी उसके गहरे राज ही होते हैं।” वियोना ने भी सिगरेट का धुआं बाहर की तरफ थोड़ा। “अच्छा यह बताओ यह लड़की कर पाएगी क्या? मतलब कोई आदमी होता तो यह सवाल पूछने की नौबत ना आती है.... वह लड़की है... वह भी कम उम्र की।”
“शैतान की लड़की है दोस्त!” आरदु ने चेहरे पर मुस्कुराहट दिखाई “इसे कम तो नहीं समझ सकते। बाकी जब मौका आएगा तो पता चल ही जाएगा वह क्या कर सकती है। क्या पता वह कुछ ऐसा करें दे जो हमारी कल्पना से बाहर हो...।”
“इसमें हमारी योजना का रहने वाली है? हम आश्रम के अंदर तो जा नहीं सकते... और आश्रम वाले भूलकर भी कभी बाहर नहीं आने वाले। अगर हमारा आमना सामना ही नहीं होगा तो नतीजा किस चीज का निकलेगा। अगर आमना सामना हो तब जाकर किसी तरह के परिणाम की उम्मीद की जाए!”
आरदु ने यह सुनकर अपने चेहरे पर गंभीर भाव बनाए “मैंने इस बारे में योजना तैयार की। हां यह योजना वक्त मांगती है, फिलहाल हमारे पास वक्त देने के अलावा और कोई रास्ता भी नहीं है। हमें कम से कम 4 महीने का इंतजार करना होगा।।”
“4 महीने....?” वियोना ने आरदु को सवालिया नजरों से देखा। इसके बाद उसने अपनी ठोड़ी वाली दाड़ी की रबड़ खोल ली और उन्हें खुजलाने लगा। खुजलाते हुए वह बोला “आखिर तुम्हारी योजना क्या है....?”
आरदु मुस्कुराया और उसने योजना के बारे में बताना शुरू कर दिया।
जब पूरी योजना सुना दी गई तब वियोना के चेहरे पर दिलचस्प मुस्कान आ गई “क्या योजना बनाई है यार। इस योजना से तो हम आश्रम की आत्मा को ही खत्म कर रख देंगे। कमजोर तो वह लोग पहले से ही हैं, अब उनकी बची कुची हालात इस योजना से और खराब हो जाएगी। मतलब अब हमारी जीत पक्की है।”
“हां इसमें तो कोई सवाल ही नहीं। जीत को लेकर हमारी चुनौती बड़ी नहीं। बाकी मैं तो यह देखने के लिए मरा जा रहा हूं की आखिर वो कौन है जिसने काली छड़ी को खत्म किया। मजा आएगा जब 4 महीने बाद हम उससे मिलेंगे। मुझे तो बस यह जानना है उसने किया कैसे। और हां यह भी कि आखिर उसमें ऐसा क्या खास था जो उसने वो कर दिया जो आज तक कोई नहीं कर सका।”
वियोना ने अपना चेहरा घुमाया और सामने के सुनसान पड़े घरों को देखने लगा। रात का वक़्त था। और किसी भी घर में लाइट नहीं जल रही थी। इसलिए वह सब घर सुनसान ही दिखाई दे रहे थे। “जानना तो मैं भी चाहता हूं। मैं भी उस शख्स को लेकर खुद को जिज्ञासा से भरा महसूस कर रहा हूं। अब करते हैं 4 महीने का इंतजार। क्योंकि 4 महीने बाद इस सफर की दोबारा शुरुआत होगी। एक तरह से कहा जाएं तो यह अंत.... अंत नहीं बल्कि एक नई शुरुआत बनेगा। एक ऐसी नई शुरुआत जिसमें हमारी जीत होगी। हम अपने मकसद में कामयाब होंगे। हमें हमारे सवालों का जवाब मिलेगा। जो भी होगा बस सिर्फ और सिर्फ हमारे पक्ष में होगा।”
वियोना की बातों में खोता हुआ आरदु भी सामने के बंग्लो की तरफ देखने लगा। वह दोनों ही एक नई शुरुआत की बात कर रहे थे। एक ऐसी नई शुरुआत की जो हमेशा किसी अंत के बाद होती है। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो हर एक अंत एक नई शुरुआत बनता है। एक ऐसी नई शुरुआत जिसमें नए किस्से होते हैं, नए मोड़ होते हैं, और एक नया सफर होता है। इसी नए सफर के साथ एक नई कहानी बनती है।
★★★
उम्मीद करूंगा आपको आर्य की कहानी का यह पहला हिस्सा पसंद आया होगा। आर्य और काली छड़ी के रहस्य के इस अध्याय में मैंने अपनी तरफ से कोई कमी नहीं रखी। फिर भी अगर कोई कमी रह गई हो तो उसके लिए माफी चाहता हूं। अब अगली मुलाकात आगे की कहानी में होगी। “आर्य और सपनों का द्वंद” जो इस कहानी के ठीक 4 महीने बाद की कहानी है।
★★★
Radhika
04-Feb-2023 10:00 AM
Waiting for next season but plzz cover page add kar dena ap zada acha lagega
Reply
Radhika
04-Feb-2023 09:59 AM
Bahut khoob
Reply
Dr. Arpita Agrawal
22-Mar-2022 05:42 PM
बहुत खूब 👌👌
Reply